प्रोजेक्ट नेक्सस (Project Nexus)
प्रोजेक्ट नेक्सस एक बहुपक्षीय अंतर्राष्ट पहल है जो घरेलू फास्ट पेमेंट सिस्टम को आपस में जोड़ने का काम करता है जिससे सीमा पार तत्काल खुदरा भुगतान को सक्षम बनाता है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक प्रोजेक्ट नेक्सस में शामिल हुआ है।
प्रोजेक्ट नेक्सस (Project Nexus)
- प्रोजेक्ट नेक्सस पहली BIS इनेविशन हब परियोजना है जिसका वैश्विक स्तर पर त्वरित भुगतान प्रणालियों को जोड़कर सीमा पर भुगतान को बढ़ावा देना है।
- इसकी संकल्पना बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स इनोवेशन हब द्वारा की गई है।
प्रोजेक्ट नेक्सस के सदस्य-
- दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्र संगठन (आसियान) के चार देशों – मलेशिया, थाइलैंड, सिंगापुर तथा फिलीपींस तथा भारत के एफ.पी.एस. को जोड़ना इनका उद्देश्य है। ये देश इ समंच के प्रथम प्रस्तावक देश तथा संस्थापक सदस्य होंगे।
- आने वाले समय में इंडोनेशिया भी इसमंच से जुड़ जाएगा।
प्रोजेक्ट नेक्सस के लाभ-
- यह त्वरित भुगतान प्रणालियों को वैश्विक स्तर पर जोड़ने के तरीके को व्यवस्थित करता है।
- यह एकल प्लेटफॉर्म प्रदान करता है जिससे नए देश के साथ कस्टम कनेक्शन की आवश्यकता समाप्त हो जाये।
- त्वरित भुगतान प्रणाली को जोड़ने से प्रेषक से प्राप्तकर्ता एक अधिकतर मामलों में सिर्फ कुछ सेकेण्डों में ही सीमा पार भुगतान संभव हो जायेगा।
- यक एकल कनेक्शन त्वरित भुगतान प्रणाली को नेटवर्क पर अन्य सभी देशों तक पहुंचाने की अनुमति प्रदान करता है।
अतंर्राष्ट्रीय निपटान बैंक (BIS)-
- इसकी स्थापना 1930 में की गई।
- इसका स्वामित्व 63 केन्द्रीय बैंकों के पास है। ये बैंक दुनिया भर के देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसका विश्व के जी.डी.पी. में लगभग 95 प्रतिशत योगदान रहता है।
- इसका मुख्यालय बेसल, स्विट्जरलैण्ड में है तथा इसके दो प्रतिनिधि कार्यालय हांगकांग तथा मैक्सिको सिटी में है।
- यह केन्द्रीय बैंकों को निम्नलिखित सुविधायें प्रदान करता है, जैसे-
- स्ंवाद एवं अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक मंच।
- उत्तरदायित्व नवाचार के लिए एक मंच।
- मजबूत वित्तीय सेवाएँ इत्यादि।